भारत के खिलाफ वनडे सीरीज जीतना चाहती है साउथ अफ्रीका की टीम, कप्तान ने भरी हुंकार
भारत के खिलाफ वनडे सीरीज जीतना चाहती है साउथ अफ्रीका की टीम, कप्तान ने भरी हुंकार
नई दिल्ली ,17 जनवरी । दक्षिण अफ्रीका की क्रिकेट टीम ने दुनिया की नंबर वन टेस्ट टीम भारत को टेस्ट सीरीज में हरा दिया। अब मेजबानों की निगाहें तीन मैचों की वनडे सीरीज जीतने पर हैं। साउथ अफ्रीका की सीमित ओवरों की टीम के कप्तान तेंबा बावुमा का मानना है कि भारत के खिलाफ तीन मैचों की आगामी एकदिवसीय सीरीज में जीत दर्ज करने से घरेलू टीम के आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी। भारतीय टीम ने पिछली बार 2018 में दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया था और छह मैचों की वनडे सीरीज में 5-1 से जीत दर्ज की थी। यह दक्षिण अफ्रीका में एकदिवसीय सीरीज में भारतीय टीम की पहली जीत थी। डेली मेवरिक के मुताबिक बावुमा ने कहा, हमें भारत के खिलाफ अगली वनडे सीरीज में चीजों को ठीक करना होगा। 2018 की सीरीज में जो हुआ मैं उससे बहुत चिंतित नहीं हूं। मैं अपनी खेल शैली को स्थापित करने और अपनी रणनीति को अच्छे प्रभाव से लागू करने के बारे में अधिक चिंतित हूं।
उन्होंने आगे कहा, भारत के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज जीत से हमें काफी आत्मविश्वास मिलेगा। इससे आने वाले मैचों के लिए टीम बेहतर लय हासिल कर सकेगी। बावुमा भारत के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में टीम का हिस्सा थे, जिसे दक्षिण अफ्रीका ने 2-1 से जीता। बावुमा ने कहा कि 2021 आइसीसी टी20 विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका के अभियान ने टीम के तरीके और नजरिये को बदलने में मदद की।
यूएई में हुए टी20 विश्व कप 2021 में पांच मैचों में चार जीत के बाद भी दक्षिण अफ्रीका की टीम सेमीफाइनल में नहीं पहुंच पाई थी, क्योंकि टीम का नेट रन रेट बाकी टीमों को मुकाबले बेहतर नहीं था। उन्होंने कहा, दक्षिण अफ्रीका की सफेद गेंद वाली इस टीम के बारे में धारणाएं बदल रही हैं। पहले कहा जाता था कि हमारे पास स्पिन का मुकाबला करने की क्षमता नहीं है और हमने विदेशी परिस्थितियों में संघर्ष किया। मुझे ऐसा लगता है कि हमने टी20 विश्व कप में कई लोगों को गलत साबित किया है।
उनका कहना है कि एकदिवसीय टीम को संयुक्त अरब अमीरात में हुए विश्व कप के दौरान टी20 टीम के प्रदर्शन से सीख लेनी चाहिए। प्रोटियाज टीम के कप्तान ने कहा, हमारी टी20 टीम ने हाल के दिनों में जो हासिल किया है, उस पर ध्यान देना चाहिए। उस टीम ने नतीजों पर ज्यादा जोर नहीं दिया, बल्कि प्रक्रिया पर ध्यान दिया।